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बच्चों की सबसे बड़ी गुरु होती है माँ : इंद्रेश उपाध्याय

अलीगढ़/प्रमोद शर्मा। खेरेश्वर स्थित गाँव लोहसरा मार्ग पर चल रही 108 कुंडीय महालक्ष्मी धन वर्षा महायज्ञ एवं श्रीमद् भागवत कथा में यज्ञाचार्य भरत तिवारी ने द्वितीय दिवस का महायज्ञ कराया ठीक उसी प्रकार जिस प्रकार गुरु शंकराचार्य ने पृथ्वी को ख़ुश हाल और हरा भरा बनाने के लिए लक्ष्मी जी को प्रशंन किया था द्वापर युग में उसी प्रकार आज द्वितीय दिवस का यज्ञ कराया गया जिसके बाद भागवत आचार्य इंद्रेश उपाध्याय जी ने आज त्रतीय दिवस में प्रवेश कर ध्रु चरित्र का सरहस्य विवेचन करते हुए पूज्य श्री इंद्रेश जी ने बताया की ध्रुव की माता सुनीति ने अपने पुत्र को सभी सदगुण प्रदान किए जो एक गुरु अपने शिष्य को प्रदान करते हैं इसी शिक्षा के बल से ध्रुव ने मात्र पाँच वर्ष की आयु में भगवान को प्राप्त किया इसीलिए शास्त्र भी कहते हैं की सबसे बड़ी गुरु माँ होती हैं माँ चाहे चोर बना दे और ना चाहे संत बना दे माँ जो चाहे बालक को वही बना सकती है इसी लिए समाज में माँ का सर्वोच स्थान होता है माँ का ऋण तो स्वयं भगवान भी नहीं चुका पाते फिर साधारण इंसान कैसे चुका सकता है इसी लिए सदैव माँता पिता की सेवा करें क्योंकि जो जप तप से प्राप्त नहीं हो सकता वो मात्र माता पिता की सेवा से प्राप्त हो जाता है

कार्यक्रम मीडिया प्रभारी आशू पंडित ने बताया कि कल चतुर्थ दिवस की कथा प्रवेश होगा कल अजामिल चरित्र और प्रहलाद चरित्र राम जन्म और कृष्ण जन्म कथा का रसपान किया जाएगा कथा सुनने वालों में कार्यक्रम अध्यक्ष ठाकुर नरेश सिंह ,मुख्य यजमान धनंजय पंडित यज्ञाचार्य आचार्य भरत तिवारी , हाथरस सांसद धर्म पत्नी श्रीमती रजनी दिलेर , शशि सारस्वत , एडवोकेट नीरज शर्मा जी , प्रमोद गौड़ ,कार्यक्रम मीडिया प्रभारी आशू पंडित, शेखर,युवराज रावत ,विवेक पंडित ,नंदू ठाकुर , वेदप्रकाश शर्मा , सौरभ भारद्वाज ,आचार्य कृष्ण गोपाल, आचार्य हिमांशु शास्त्री, आचार्य वेद प्रकाश शर्मा, मुकंद भारद्वाज, मयंक अग्रवाल ,दीपक भारद्वाज, मोहन शर्मा आदि भक्तों ने कथा का रसपान किया।

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